हैलो दोस्तों, इस पोस्ट में हम आपको लॉजिक गेट क्या है तथा इसके प्रकार के बारे में बताने वाले है। तो चलिए शुरू करते है।
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लॉजिक गेट (Logic Gates in Hindi)
लॉजिक गेट वह डिजिटल परिपथ होता है जिसमें निवेशी तथा निर्गत वोल्टेजों के बीच एक निश्चित तर्क-संगत सम्बन्ध (logic relation) होता है। लॉजिक गेट का विश्लेषण बलियन बीजगणित की सहायता से किया जा सकता है।
किसी लॉजिक गेट में एक या एक से अधिक निवेशी (inputs) होते हैं, लेकिन निर्गत (output) केवल एक होता है। कुछ निवेशियों के एक निश्चित संयोग से निर्गत प्राप्त होता है। व्यवहार में लॉजिक गेट को अर्द्धचालक युक्तियों जैसे सन्धि-डायोड, ट्रान्जिस्टर इत्यादि के उपयोग से प्रयोग किया जा सकता है।
Types of Logic Gates In Hindi
लॉजिक गेट मूल रूप से तीन प्रकार के होते हैं।
- OR गेट
- AND गेट
- NOT गेट
प्रत्येक मूल लॉजिक गेट को एक चिह्न (symbol) के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। यह चिह्न उस मूल लॉजिक गेट का ‘लॉजिक चिह्न’ कहलाता है।
प्रत्येक मूल लॉजिक गेट का कार्य बूलियन व्यंजक (Boolean expression) या सत्यता सारणी (truth table) के द्वारा परिभाषित किया जाता है। सत्यता सारणी वह तालिका है जो निवेशी के सभी सम्भव संयोगों (all possible combinations) तथा उनके संगत निर्गतों को दर्शाती है।
OR गेट या OR द्वारक (OR-Gate)
OR गेट वह लॉजिक परिपथ (या लॉजिक गेट) है जिसके दो या दो से अधिक निवेशी होते हैं लेकिन एक निर्गत होता है। दो निवेशी वाले OR गेट का लॉजिक चिह्न नीचे चित्र में दिखाया गया है जिसमें A व B दो निवेशी हैं तथा Q निर्गत है।
लॉजिक डायग्राम :-
Truth Table:-
AND गेट या AND द्वारक (AND-Gate)
AND गेट वह लॉजिक परिपथ (या लॉजिक गेट) है जिसमें दो या दो से अधिक निवेशी होते हैं, लेकिन निर्गत केवल एक होता है। दो निवेशी वाले AND गेट का लॉजिक चित्र में दिखाया गया है जिसमें A व B दो निवेशी हैं और Y निर्गत है।
लॉजिक डायग्राम :-
यदि हम निवेशी के निम्न तथा उच्च मानों को क्रमशः 0 तथा 1 से प्रदर्शित करें और इसी प्रकार निर्गत के निम्न तथा उच्च मानों को क्रमशः 0 तथा 1 से प्रदर्शित करें तो हम पाते हैं कि AND गेट का निर्गत Y अवस्था 1 में तभी होता है जब दोनों निवेशी A व B अवस्था 1 में होते हैं अन्यथा निर्गत अवस्था 0 में होता है। इस प्रकार AND गेट का निगत अवस्था 1 को तभी प्राप्त होता है जब सभी निवेशी अवस्था 1 में होते हैं। इसीलिए AND गेट को ‘संपाती पार (coincidence circuit) भी कहा जाता है। AND गेट सत्यता सारिणी नीचे दी जा रही है।
Truth Table:-
NOT गेट या NOT द्वारक (NOT Gate)
NOT गेट वह लॉजिक परिपथ (या लॉजिक गेट) है जिसमें केवल एक निवेशी होता है और एक ही निर्गत होता है। NOT गेट का लॉजिक चिह्न नीचे चित्र में प्रदर्शित किया गया है जिसमें A निवेशी है तथा out निर्गत है। NOT गेट में यदि निवेशी 0 अवस्था में होता है तो निर्गत अवस्था 1 में होता है
और यदि निवेशी अवस्था 1 में होता है तो निर्गत अवस्था 0 में होता है। इस प्रकार NOT गेट निवेशी के सापेक्ष निर्गत के अर्थ को व्युत्क्रमित करता है, इसलिए NOT गेट को ‘व्युत्क्रम’ या ‘इनवर्टर गेट’ (Inverter gate) भी कहा जाता है।
लॉजिक डायग्राम :-
Truth Table :-
गेटो का संयोजन ( Combination of Gates )
जटिल डिजिटल परिपथों में तीन मूल गेटों OR गेट, AND गेट एवं NOT गेट के विभिन्न संयोजन प्रयुक्त किये जाते हैं। चूँकि इस प्रकार के परिपथों में गेटों के संयोजन बार-बार (Repeatedly) प्रयुक्त किये जाते हैं, अतः ऐसे परिपथों में डायोडों, ट्रान्जिस्टरों तथा प्रतिरोधों को एक ही परिपथ में बार-बार दिखाना बहुत कठिन हो जाता है, अतः जटिल डिजिटल परिपथों को प्रदर्शित करने के लिए गेटों के केवल लॉजिक चिह्न ही प्रयुक्त किये जाते हैं।
NAND GATE
एक AND GATE को NOT GATE के साथ जोड़ने पर एक नया GATE प्राप्त होता है जिसे NAND GATE कहते है। चूँकि यह गेट मूल गेट से मिलकर बना होता है इसलिए इसे सार्वत्रिक गेट कहा जाता है।
लॉजिक डायग्राम :-
Truth Table :-
NOR GATE
यह NOT और OR GATE का combination होता है। एक NOT GATE और एक OR GATE को जोड़ने से जो GATE प्राप्त होता है उसे NOR GATE कहते है। NOR GATE को निम्न चित्र के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
लॉजिक डायग्राम :-
Truth Table :-
यह भी पड़े।
- Kirchhoff’s Laws in Hindi
- Gati Ke Niyam – न्यूटन के गति के नियम
- ओम का नियम Class 10th, 12th
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